Mangal Dosha
क्या होता हैं मांगलिक दोष ?
मांगलिक लोगों की खास बातें:
आज कल सभी थोड़ा बहुत ज्योतिष के बारे मे जानते हैं परन्तु(but) जिसने इसको परखा है वो ही इसकी महत्ताए बता सकता है मैंने भी(also) किसी कारणवश अपनी स्नातक करने के बाद लोगो की समस्यों को समझा और(and) उनको वैदिक विधि से हल करने का निश्चय किया तथा(and) इसमें पोस्ट ग्रेजुएशन किया और(and) आज जब(when) अपनी वजह से लोगों के चेहरे पर मुस्कान देखते हैं तो(then) बड़ी शांति मिलती हैं | अगर(if) आप किसी भी तरह की मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं तो(so) एक बार अवश्य याद करे |
मांगलिक दोष के परिहार:
के बारे में और विस्तार से जानना है तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें | किन(which) किन(which) परिस्तिथियों में मंगल दोष नहीं मन जाता क्यों की(because) मंगल दोष ज्ञात होने के बाद उसके निवारण तथा(or) किन परिस्थितियों में वो नहीं माना जाता इसका(such) भी ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है |
- मंगली दोष स्वतः समाप्त हो जाता है, जब(when) मंगली योगकारक ग्रह अपनी स्वराशि, मूल त्रिकोण राशि या(or) उच्च राशि में हों |
- सप्तम या(or) शुक्र बलवान हो तथा(or) सप्तम भाव इनसे युत दृष्ट हो तो(then) उस कुंडली में मंगल दोष स्वतः समाप्त हो जाता है |
- वर या(or) कन्या में से किसी एक की कुंडली में मंगली दोष हो और(and) दूसरे की कुंडली में शनि यदि लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या(or) द्वादश भाव में हो तो(then) दोष स्वतः समाप्त हो जाता है |
- बलवान शुक्र या(or) गुरु के लग्न में होने पर या(or) सप्तम में होने पर एवं(and) मंगल के निर्बल होने पर मंगली दोष समाप्त हो जाता है
- मेष लग्नस्थ मंगल, वृश्चिक राशि में चतुर्थ भावस्थ मंगल, वृष राशि में सप्तम भावस्थ मंगल, कुम्भ राशि में अष्टम भावस्थ मंगल तथा(and) धनु राशि में व्यय भावस्थ मंगल दोष उत्पन्न नहीं करते |
- मंगल शुक्र राशि में हो तथा(otherwise) सप्तमेश बलवान होकर केंद्र अथवा(or) त्रिकोण में हो तो(then) मंगली दोष प्रभावहीन हो जाता है |
मांगलिक दोष(Manglik Dosha) के उपाय:
- कुंडली में मंगल को बली बनाने के लिए ॐ भौमाय नम: और(and) ॐ अं अंगारकाय नम: मंत्र का जाप, तथा(or) इस मन्त्र का उच्चारण भी(too) करना चाहिए
मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतम् शरणं प्रपद्ये।।
- पहले प्रत्येक मंगलवार का व्रत रखें।(and) हनुमान मंदिर में बूंदी का प्रसाद बांटें।
- मंगलवार को हनुमान चालीसा या(or) सुंदरकांड का पाठ करें।(and) मंगलवार के दिन लाल कपड़े धारण करें।
- हनुमान मंदिर में लाल सिंदूर चढ़ाएं और(and) जरूरतमंद लोगों को लाल मसूर अथवा (or) लाल वस्त्र दान करें।
- प्रतिदिन प्रातःकाल स्नान करके केसरिया श्री गणेश जी की पूरे भक्ति भाव से पूजा करें।
- चांदी का एक चकोर टुकड़ा अपने पास रखें।
- कुंडली से मंगल दोष को कम करने के लिए लाल मसूर की दाल, लाल वस्त्र, लाल गुलाल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से पूजा तथा(and) दान करना चाहिए।
- प्रत्येक शनिवार को शनिदेव को तेल चढ़ाएं तथा(and) पीपल को जल चढ़ाएं
जग सुखी तो हम सुखी |
Pandit ji Pranam mai ek baar aapse milna chahta hu…
aap se baat karke kuchh shankaon ka niwaran hua hai……..
आपका ससम्मान स्वागत है आप कभी भी बात कर सकते हैं
aapka bahut bahut swagat hai.
Thanks
आपका हमेशा स्वागत है