कब शुरू होगा सावन का महीना?
हिंदू धर्म में सावन (savan) का महीना विशेष महत्व रखता है. सावन (sawan) में भगवान शिव की अराधना की जाती है. सावन के सभी सोमवार(somvar) का अपना महत्व होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, पांचवा महीना सावन कहलाता है. इस साल सावन(savan) 14 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक रहेगा. इस दौरान कुल 4 सोमवार(somvar) पड़ेंगे. आषाढ़ का महीना समाप्त होने के बाद श्रावण का महीना शुरू होता है. श्रावण के महीने को ही सावन(savan) का महीना कहा जाता है. हिंदू कैंलेडर के अनुसार आषाढ़ मास को चौथा और सावन(sawan) के महीने को पांचवां महीना माना गया है. भगवान शिव की पूजा पाठ के लिए सावन(savan) का महीना सर्वोच्च महीनों में से एक माना गया है. इन दिनों में की जानें वाली पूजा का विशेष फल मिलता है.
कावंड़ यात्रा से शुरुआत
सावन(sawan) का पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित है. मान्यता है कि सावन के महीने में पड़ने वाले सभी सोमवार(somvar) में यदि विधि पूर्वक भगवान शिव की पूजा की जाए तो सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसी महीने में शिव के भक्त कांवड लेकर जाते है जिसके लिए शासन स्तर पर विशेष तैयारी की जाती है. कांवड़ यात्रा में शामिल भगवान शिव के भक्त दूर दूर पैदल यात्रा कर गंगा जल लाकर शिवलिंग पर अर्पित करते है.
इस दिन होगा समापन
सावन(savan) शिवरात्रि को कांवड़ यात्रा का समापन दिवस (12-08-2022) भी कहा जाता है जो मानसून के श्रावण के महीने मे आता है. हिंदू तीर्थ स्थानों हरिद्वार, गौमुख व गंगोत्री, सुल्तानगंज में गंगा नदी, काशी विश्वनाथ, बैद्यनाथ, नीलकंठ और देवघर सहित अन्य स्थानों से गंगाजल भरकर अपने-अपने स्थानीय शिव मंदिरों में इस पवित्र जल को लाकर चढ़ाया जाता है.
ऐसे करें भगवान भोले को प्रसन्न-
- सावन(sawan) में रोज 21 बेलपत्रों पर चंदन से ‘ऊं नम: शिवाय’ लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
- विवाह में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए सावन में रोज शिवलिंग पर केसर मिला दूध चढ़ाएं. इससे विवाह में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी.
- घर में नकारात्मक शक्तियों से बचने के लिए सावन में रोज सुबह घर में गंगाजल का छिड़काव करें और धूप जलाएं.
- सावन(savan) में गरीबों को भोजन कराने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. इससे घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती और साथ ही पितरों को भी शांति मिलती है.
- सावन(sawan) में रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निपट कर मंदिर या फिर घर में ही भगवान शिव का जलाभिषेक करें. इसके साथ ही ‘ऊं नम: शिवाय’ मंत्र का जाप करें.
कुछ और उपाय….
- आमदनी बढ़ाने के लिए सावन के महीने में किसी भी दिन घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करें और उसकी यथा विधि पूजन करें. इस दौरान इस मंत्र का 108 बार जाप करें. ‘ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं’
- प्रत्येक मंत्र के साथ बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ाएं. बिल्वपत्र के तीनों दलों पर लाल चंदन से क्रमश: ऐं, ह्री, श्रीं लिखें. अंतिम 108 वां बेलपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद निकाल लें और इसे घर के पूजन स्थान पर रखकर प्रतिदिन पूजा करें.
- संतान प्राप्ति के लिए सावन में गेहूं के आटे से 11 शिवलिंग बनाएं और प्रत्येक शिवलिंग का शिव महिम्न स्त्रोत से 11 बार जलाभिषेक करें.
- सावन(savan) में किसी सोमवार को पानी में दूध व काले तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करने से बीमारियां दूर होती हैं. अभिषेक के लिए तांबे के बर्तन को छोड़कर किसी भी धातु का उपयोग किया जा सकता है.
- सावन(sawan) में किसी नदी या तालाब में जाकर आटे की गोलियां मछलियों को खिलाएं और साथ ही साथ मन में भगवान शिव का ध्यान करें इससे आपको मनचाहे फल की प्राप्ति होगी.
सावन सोमवार(savan somvar) कब कब होंगे
पहला सावन सोमवार(savan somvar) व्रत- 18 जुलाई 2022
दूसरा सावन सोमवार(sawan somvar) व्रत- 25 जुलाई 2022
तीसरा सावन सोमवार(savan somvar) व्रत- 1 अगस्त 2022
चौथा सावन सोमवार(sawan somvar) व्रत-8 अगस्त 2022
सावन महीने(savan month) की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि व्रत रखा जाएगा
जग सुखी तो हम सुखी
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Jay Shree Ram