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वास्तव में जन्मकुंडली का महत्त्व मानव जाति में और मुख्य रूप से भारत में बहुत माना जाता है क्यों की ये संगम होता है धार्मिक और वैज्ञानिक ज्ञान का I जिसके मिश्रण से इंसान आज चन्द्रमा और मंगल जैसे ग्रहों पर पहुँच गया है हमारे ऋषि मुनियों ने पहले ही अध्यन कर लिया था और जो भविष्यवाणियां उन्होंने की थीं आज वो एक एक करके सच हो रही हैं इनके बहुत से उदहारण हमारे सामने हैं जैसे की आज कल जो कोरोना नामक बीमारी ने जन्म लिया है और बहुत ही भयानक रूप में हमारे सामने आयी है इसके बारे में हमारे वैदिक सभ्यता के जानकार पहले से ही जानते थे की आने वाले समय में ऐसी बीमारी आने वाली है इसलिए इससे बचाव के लिए उन्होंने पेड़ों को बहुत पूजनीय स्थान दिया था और जो पेड़ सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं
जैसे पीपल के पेड़ को ज्यादा महत्त्व दिया तथा उनका सम्बद्ध शनि देव से है ऐसा ज्ञान लोगों को दिया इसी तरह अन्य वृक्षों का सम्बन्ध भी अन्य ग्रहों से है तथा उनके स्वामियों का जो स्वाभाव होता है उनके फल के बारे में जन्मकुंडली के माध्यम से मानव जाति के कल्याण के लिए जन्मकुंडली और वैदिक कर्मकांड का मिश्रण को ज्यादा महत्त्व दिया
कर्मकांड में हवन, पूजन, मंत्रोचारण, जाप का प्रयोग किया जिसका महत्त्व शब्दों में बताने का पूरा प्रयास किया हैं और आगे भी आपको आने वाले त्योहारों तथा दैनिक जीवन में करने वाली नित्य क्रियाओं से भी अवगत करते रहेंगे क्यों की इनसे उत्पन्न होने वाली आवृत्तियाँ और रासायनिक क्रियाएं बहुत प्रभावशाली होती हैं
प्रभु भक्ति और सनातन धर्म (हिन्दू धर्म) बहुत है महान है हमें हमेशा इसका सम्मान करना चाहिए I सनातन धर्म में कभी भी किसी को नुकसान पहुँचाने के बारे में नहीं सिखाया जाता हैं सनातन धर्म सिखाता हैं की हमेशा जरुरत मंदों की सहायता करो I बड़ों का सम्मान करो और यहाँ तक भी कहा गया हैं की पशु पक्षियों की भी रक्षा करो परन्तु आज कल लोगों का खान पान बहुत ज्यादा बदल गया हैं इसी कारण मन में दुर्विचार आते हैं सबसे पहले हमें अपने खान पान और दिनचर्या को बदलना होगा ताकि हम एक सात्विक और सुखी जीवन जी सकें I
जन्मकुंडली के माध्यम से हम सभी को सनातन धर्म तथा वैदिक शास्त्र से अवगत कराना चाहते हैं आगे हम एक एक करके आपको जरुरी जानकारी देते रहेंगे I जैसे की व्रत एवं त्यौहार, कथाएं, हवन पूजन करने मंत्र एवं तरीके, सभी देवी और देवताओं की स्तुतियां, आरतियाँ आदि क्यों की हमारा ये मानना है पहले से सतर्क रहने से बहुत से कष्टों से बचा जा सकता है
जग सुखी तो हम सुखी
प्रेम से कहिये राधे राधे
SAURAABH SHUKLA
ASTROLOGY NUMEROLOGY AND VASTU CONSULTANT